गर्म हो गयी धरणी सारी ,भीषण कैसी आग लगी है जल प्रपात है कहीं भयंकर ,तो सूखे की मार कह गर्म हो गयी धरणी सारी ,भीषण कैसी आग लगी है जल प्रपात है कहीं भयंकर ,तो सूखे ...
ख्वाब का घरौंदा कोई फिर से तोड़ा गया ख्वाब का घरौंदा कोई फिर से तोड़ा गया
मुकेश बिस्सा श्री कन्हैया कुंज,4 नवखुनिया, गांधी कॉलोनी,जैसलमेर मुकेश बिस्सा श्री कन्हैया कुंज,4 नवखुनिया, गांधी कॉलोनी,जैसलमेर
ठहरी रही नजर तेरे दीदार को पर सजा मुकर्रर तुमने कर ही दिया, ठहरी रही नजर तेरे दीदार को पर सजा मुकर्रर तुमने कर ही दिया,
मेरी मोहब्बत पर एतबार कर मैं हूँ बेकारकर मुझे प्यार कर। सारे वादे सारी कसमें सारी तकर मेरी मोहब्बत पर एतबार कर मैं हूँ बेकारकर मुझे प्यार कर। सारे वादे सारी कसम...